बेनाम शायर💌✍️
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मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है एक बार आदत पड़ गई तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ Interact @Nameless_Poet_bot @status_point @nature_is_calling
Больше2025 год в цифрах

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Архив постов
तेरी बातें हैं जैसे घर की बनी खिचड़ी,
सादी सही, मगर दिल को राहत दे जाए।
तेरा ग़ुस्सा भी कुछ कम नहीं जान-ए-जाना,
बिलकुल बच्चों वाला मैगी मसाला हो जैसे।
थोड़ा तीखा सही, पर मीठा सा है असर रखता है,
जो हर बार मेरे मुस्कुराने की वजह बन जाए।
@kataizaharila❤ 7
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सर्दियां फिर से आयेगी....फिर से बारिश भी लौटेंगी....यें मौसम,ये पतझड़, यें ओस....बादल, नींद, लहरें, यादें....सबकुछ फिर से लौट आएगा......मगर जिंदगी से जाने वाले लोग?
@kataizaharila
❤ 14
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हमें दफनाओं तो लाइब्रेरी में दफ़नाना
कमबख़्त हम किताब-ए-इश्क में मरेंगे।।
@kataizaharila
🔥 11❤ 1💯 1
सुनो पड़ोसन…
जब तुम बोलती हो...और एकदम से पटर-पटर बोलती जाती हो...तब तुम्हे एकटक देखते हुए सुनना मुझे बहोत अच्छा लगता है...🥰
@kataizaharila
❤ 11
तुम विपक्ष सा मुझे घेर के तो देखो फलानी,
मैं सत्ता पक्ष सा शांत ना हो जाऊँ तो कहना...! ❤️
@kataizaharila
🥰 10❤ 4
पूरे दिन का जीया हुआ
शाम को
जिसके आगे दोहरा सके
एक इंसान ऐसा तो
सबके पास होना चाहिए
@kataizaharila
❤ 19🥰 3
कभी अप्सरा लगती है, कभी माशूक लगती है
वो इतनी खूबसूरत है, मुझे एक झूठ लगती है ❤️
@kataizaharila
❤ 5👍 4🥰 2
वक़्त गुज़र रहा है तेज़ी से...ये सबको दिखा...
धड़कनें आज भी वहीं अटकी है...ये कौन जाने...
@kataizaharila
👍 8
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तुम्हारा प्रेम मेरे लिए निर्वाण है प्रिय..🤍
जब तुम थाम लेते हो मेरे कंपकंपातें हाथों को अपने हाथों में; तब मेरी सहस्त्र पीड़ाओं का सहज ही तर्पण हो जाता हैं...♥️
@kataizaharila
❤ 10🔥 2
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हम आखिरी पीढ़ी है महबूब के माथे को चूमने वाले,
हमारी नई पीढ़ी का मकसद सिर्फ होंठ चूमना ही होगा..❤️🌻
@kataizaharila
❤ 10🔥 1
गुजारिश करते हैं तुमसे यूँ दूर नहीं जाओ तुम
हम इस जहां में हैं क्योंकि तुम पास हो हमारे ❤️
@kataizaharila
❤ 8
मैं लड़खड़ाता हूं तुझे जो साथ नही पाता हूं
मेरी खामोशी लिखती है इश्क मेरा मैं तुझे सोचता जाता हूं
वो मेरे दिलों दिमाग पर कुछ ऐसे सफर करती हैं
जैसे वो कोई शराब और में उसमे बहक सा जाता हूं
मैं लड़खड़ाता हूं
वो बैचैनी है मेरी मेरा करार भी वही है
वो इक बार है मेरी मेरा हर बार भी वही है
लगने का और लगाने का सब नजरो का खेल है
बस यही वजह है जो उसे सबसे छुपाता जाता हूं
मैं लड़खड़ाता हूं तुझे जो साथ नही पाता हूं
बस इतना कर्म करदे मेरे लफ्जो की निगरानी रख
बाकी मोहब्बत बांट दे बेशक जमाने को मेरे लिए छोटी सी कहानी रख
एक मेरा नाम छूता रहे तेरे लाल गुलाब से होंटो को
मेरा क्या मैं तो पागल तुझे ही दोहराता जाता हूं
मैं लड़खड़ाता हूं तुझे जो साथ नही पाता हूं
@kataizaharila
❤ 8
परवाह और प्रेम वो साथ साथ कुछ यूँ जताती है ,
अपना तकिया मुझे दे खुद मेरे सीने पे सो जाती है
@kataizaharila
❤ 7👏 5🥰 1
ग़म उभरते हैं आँखों में, कोई फांस चुभता है
तुम्हारी याद आती है, ये लड़का रोज मरता है 💔
@kataizaharila
😱 5❤ 3👍 1
कोई पुरुष अपनी स्त्री को इसलिए मर्यादा में रहने के लिए कहता है
क्योंकि उसे आज के लोगों का देखने का नजरिया पता है
@kataizaharila
❤ 14💯 2
'सुन रही हो न पड़ोसन ....
"कुछ बोलूं—
ईश्वर ने जब मेरी आत्मा बनाई होगी,
तभी एक कोना तुम्हारे नाम से खाली छोड़ा होगा…
ताकि जब तुम आओ,
तो मैं खुद को 'ईश्वर' के और पास महसूस कर सकूं…!!
@kataizaharila
❤ 5👏 2
प्रार्थनाएं जब फलीभूत होती हैं तो बरस पड़ती हैं इच्छाएं बारिश बनकर और ऋतुएं गाने लगती हैं मेघ मल्हार धुन..!
"सुनो पड़ोसन! तुम उसी तपस्या का वो वरदान हो जिसकी कल्पना भी परे थी... ❤️🧡
@kataizaharila
❤ 9
