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बेनाम शायर💌✍️

बेनाम शायर💌✍️

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मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है एक बार आदत पड़ गई तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ Interact @Nameless_Poet_bot @status_point @nature_is_calling

Ko'proq ko'rsatish
2025 yil raqamlardasnowflakes fon
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सब पूछ रहे हैं मुझसे मेरी शायरियों का ये राज़.. तुम कहो तो उनको तुम्हारे नाम के अक्षर बता दूं.. @kataizaharila
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12👏 4👍 2
नज़र की स्याही से लिखेंगे तुम्हें हज़ार चिठ्ठियाँ.. तुम दिल के लिफाफे पे चाहत का टिकिट चिपका देना.. @kataizaharila
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11😁 3
हम हारेंगे, हम जीतेंगे ये सब न सोचा जायेगा प्रिय जो होगा देखा जायेगा प्रिय है मुश्किल वक्त हमारा लेकिन वक्त एक दिन बदलेगा तपती धूप की ग्रीष्म ऋतु है ये मौसम एक दिन बदलेगा भीनी बारिश और सोंधी मिट्टी का वो सावन फिर से आयेगा प्रिय जो होगा देखा जायेगा प्रिय साथ अगर तुम हो तो फिर मैं समय से भी लड़ जाऊंगा छीन के सारे ख्वाब समय से फिर पास तुम्हारे लाऊंगा पुनर्मिलन का वो सुंदर स्वप्न आँखों में फिर से आयेगा प्रिय जो होगा देखा जायेगा प्रिय नियति के इस अनंत बहाव को हाथों से न रोका जायेगा प्रिय जो होगा देखा जायेगा प्रिय ❤️ @kataizaharila
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कोरे कागज़ पर लिखी है कुछ अधूरी ख्वाहिशें उनमे सबसे पहले जो नाम है वो तुम्हारा है ग़र यकीं न आए तो देख लो मेरी आंखों में पहली बार जो ख़्वाब देखा है वो तुम्हारा है धड़कनें भी इस बात की गवाह हैं कि जिसके लिए धड़कता है ये दिल वो दिल तुम्हारा है महसूस करना मुझे कभी तन्हाईयों में रूह को छुआ है जो एहसास वो बस तुम्हारा ही है .. @kataizaharila
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11
सुनो एक अनाम सा रिश्ता है तुम्हारे मेरे बीच.... शब्दों की सीमा में जिसे बंधा नहीं जा सकता..... क्या नाम दूं इसे प्रेम, प्यार, या फिर मेरी कल्पना... सभी कुछ तो हो तुम मेरे लिए ...... बंधनों में जिसे बंधा नहीं जा सकता..... बंधनों से परे होते है कुछ रिश्ते .....🥰🥰 दोस्ती से और प्यार से भी ऊपर मुकाम रखता है हमारा रिश्ता साथ कब तक है नही पता लेकिन ये सफर जितना भी है बस अच्छी यादें और बस ईमानदारी के साथ निभाएंगे हम लोग क्योंकि कभी कभी न चाहते हुए भी कुछ रिश्ते हमसे बिछड़ जाते है और हमारे दिल के किसी कोने में रह जाते है........जो कभी कभी होंठो पर मुस्कुराहट लाते है तो कभी हमारी पलकों को गीला कर जाते। .... कुछ लोग जाकर भी नहीं जाते.... @kataizaharila
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वो सँवरती है आईने को तकते हुए, वो सँवर जाए तो आईना तकता रहता है...❤️🌻 @kataizaharila
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पसंदीदा स्त्री को मिलने बुलाने के लिए बोला गया झूठ, मोहब्बत के " अध्याय " में एक पवित्र कर्म माना गया है..l @kataizaharila
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😁 14 6🙏 1
और जब ज़िन्दगी के आख़िरी छोर पर कोई पूछेगा कि बताओ तुमने ताउम्र क्या किया मैं मुस्कुराते हुए बोलूंगी "प्रेम" किताबों से, कविताओं से, आसमान से, बादलों से, चाँद से और फूलों से और फ़िर वो पूछेगा"और किससे?" मैं बोलूंगी "और इन सभी से रूबरू होते वक़्त याद आने वाले एक शख्स से…. @kataizaharila
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11🥰 4
मैं चंचल सी लड़की वो समझदार लड़का मुझे मिलने की ख्वाहिश वो व्यस्त लड़का मुझे पसंद है उसके साथ वक्त बिताना वो हर पल वक्त देखने वाला लड़का बारिश में भीगना साथ घूमना ये मेरे ख्वाब सारे वो लोगों की परवाह करने वाला लड़का मैं सबसे बताती हूं वो मेरा प्यार मेरा दोस्त है और वो हमारे रिश्ते को अनजान बताने वाला लड़का @kataizaharila
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22👏 1
कुछ लोग गणित की समानान्तर रेखाओं की तरह होते हैं, अनन्त तक जाने पर भी उनका मिलन नहीं हो पाता.. तुझसे प्रेम मुझे ऐसे है जैसे किसी मन्दिर मे कलश से बूंद-बूंद गिरता पानी.., तू पत्थर ही सही , पर तुझ में मेरी आस्था है , और शायद.. तू ही मेरे.. मोक्ष का रास्ता है!! @kataizaharila
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प्यार एक तरफा मेरा किसी काम ना आया तेरे होंठो पे कभी मेरा नाम ना आया दिल की हसरत थी की तू मुझसे दूर जाए तो ये ही कहे मेरे बिना दिल को आराम तो आया नही ना जाने कैसा फसाना ये शुरू कर दिया मैंने जिसका आगाज तो मुकम्मल हुआ लेकिन आज तलक अंजाम ना आया मोहब्बत प्यार वफा ओर तुझको पाने का जुनून ये तो सब कुछ था मेरे पास पर कुछ भी काम ना आया @kataizaharila
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7💔 1
इश्क वही तो है जो रोज किताबो मे ढूंढते हो इश्क वही तो है जो रोज गुलाबो मे ढूंढते हो इश्क मे छोड़ आए पास किसी के अपने शुकून को इश्क वही तो है जो नींद को ख्वाबों मे ढूंढते हो इश्क वही तो है। इश्क आसमा और खाक को इकसार कर देता है इश्क जिद पे आए तो समंदर भी पार कर देता है हां इनकार कर देता है सांसों को भी एक मेहबूब के लिए छुपी है दिल मे ये चिंगारी जो तुम चिरागो में ढूंढते हो इश्क वही तो है। में नही कहता के इश्क तबाह नही करता हां हो जाए गर फिर फासलो की परवाह नही करता हां चाह नही करता सिवाय इश्क किसी की फिर इश्क वही तो है जो किसी की आबो मे ढूंढते हो इश्क वही तो है। किसी के लिए आंखो का पहरा इश्क है किसी के लिए दर्द कोई गहरा इश्क है ना जाने इश्क को क्या क्या सबने नाम दिए होंगे मेरे लिए तो मेरे यार का चेहरा इश्क है कभी महफिल कभी तन्हाई कभी शराबों मे ढूंढते हो इश्क वही तो है जो रोज किताबो में ढूंढते हो @kataizaharila
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तलाक के इस ट्रेंडिंग सीजन में , कई जन्मों का प्रीमियम पैकेज हो तुम...!😁❤️ @kataizaharila
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खेल की बात हो रही है, जश्न का समां है, पर कुछ दिलों में चालों का ही बसा मकां है। मैदान में नहीं, ये लोग दिलों में उतरते हैं, फिर जज़्बातों को मोहरों की तरह बिछाते हैं। कुछ लोग इतने बड़े खिलाड़ी हैं, हर रिश्ते को गेम समझते हैं – प्यादा कोई और, चाल उनकी होती है, और जीत के जश्न में वफ़ा ही खोती है। वफ़ा की बात हो तो मुकर जाते हैं, झूठे वादों से रिश्ता संवार जाते हैं। भावनाएँ इनके लिए कोई जज़्बा नहीं, बस एक खेल है, जिसमें ये हर बार जीत जाते हैं। चेहरे मासूम, पर इरादे शिकारी, हर दिल को बनाते हैं एक नई सवारी। Sports Day की मुबारकबाद तो बनती है जनाब, आप तो वो खिलाड़ी हैं, जो हर रिश्ते में लगाते हैं दाँव। @kataizaharila
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11👏 1
जीवन में किसी से प्रेम होना इसलिए भी जरूरी है कि,तुम अनुभव कर सको की असल में प्रेम क्या है, कैसा है..क्योंकि,इसे शब्दों में बताया नहीं जा सकता,शब्द बहुत मर्यादित होते हैं, वह हमारे अनुभव को व्यक्त करने में अक्षम होते हैं..अनुभूति तो किसी भी बात को जीने के बाद ही होती है हैं न ♥️ @kataizaharila
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14💯 3
🌙 "वो खेलती रही मेरे जज़्बातों से..." 🌙 वो खेलती रही मेरे जज़्बातों से चुपके-चुपके, मैं टूटता रहा हर रोज़ अपने ही दिल के अंदर। वो ढूंढती रही अपने 'गुज़रे' को मेरी आँखों में, और मैं... बस उसे खुदा समझकर देखता रहा बार-बार। वो हँसती रही मेरी मोहब्बत पे, किसी अफ़साने की तरह, मैं लिखता गया उसे, हर शेर, हर फ़साने की तरह। वो वक़्त काटती रही, मैं उम्र बाँधता गया, वो मज़ाक समझती रही, मैं इबादत मानता गया। कहा करती थी — "तुम अच्छे हो, पर..." और उस "पर" में छिपा था उसका सारा फरेब। मैं उसकी दुनिया में सिर्फ एक किरदार था शायद, जिसे उसने निभाया, और फिर छोड़ दिया बेहद बेख़ौफ़। आज उसका जनमदिन है, तो दुआ देने आया हूँ, भले ही उसकी दुआओं में मेरा नाम न हो... मैंने उसे हर रोज़ रानी की तरह चाहा, और वो... हर रोज़ किसी और के ख्यालों में खोई रही। जन्मदिन मुबारक हो तुझे ऐ बेख़बर, तेरी हर खुशी की वजह बनना चाहता था मैं। तू भूल भी जाए मुझे, तो कोई ग़म नहीं, पर तुझे कभी ये ना लगे... कि तुझसे कम चाहता था मैं। @kataizaharila
Hammasini ko'rsatish...
😢 5 3👍 3
सुनो यारों मैं जब उससे कहूं "तुमसे मोहब्बत है"...!!! तुम्हें पीछे से कहना है "हक़ीकत है" "हक़ीकत है"...!!! @kataizaharila
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तेरी आँखों में रहूँगा तो सँवर जाऊँगा.. जो मिले दुनिया मुझे सारी मुकर जाऊँगा.. ख्याल हूँ कैद न कर तू मुझे इन पलको में... सासे छू कर तेरी खुशबू सा गुज़र जाऊँगा.. छूना मत तल्ख़ हक़ीक़त भरे इन हाथों से... ख्वाब नाज़ुक हूँ मै आँखों का बिखर जाऊँगा.. रोकते काश मुझे इक दफा ये हसरत थी... रंज लेकर यही मिट्टी में उतर जाऊँगा... तेरी आँखों से गिरे सूखे से पत्ते जैसे... गम के सैलाब में बहकर मै किधर जाऊँगा.. मेरे ज़ज्बात तो बहते हैं किसी दरिया से.. ग़ज़ल बन किसी कागज़ पे बिखर जाऊँगा.. @kataizaharila
Hammasini ko'rsatish...
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कोशिश बहुत की, राज़-ए-मुहब्बत बयाँ न हो, मुमकिन कहाँ था, आग लगे और धुआँ न हो..........!!! @kataizaharila
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कोई कसूर नहीं है इस इश्क़ मे मेरा.. नज़र अगर मैंने मिलाई तो हटाई तुमने भी नहीं.. @kataizaharila
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