fa
Feedback
बेनाम शायर💌✍️

बेनाम शायर💌✍️

رفتن به کانال در Telegram

मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है एक बार आदत पड़ गई तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ Interact @Nameless_Poet_bot @status_point @nature_is_calling

نمایش بیشتر
2025 سال در اعدادsnowflakes fon
card fon
12 762
مشترکین
-924 ساعت
-337 روز
-7130 روز
آرشیو پست ها
कागज़ों पे लिखकर जाया कर दूं मैं वो शख़्स नहीं हूं... मैं शायर हूं मुझे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..!! 💕🛑🌹🛑💕 💕.•°``°•.¸.•°``°•.💕 💕 दिल से ✍ 💕 💕•.¸ 💗 ¸.• 💕 💕° •.¸¸.•° 💕 💕💕 @kataizaharila
نمایش همه...
❤‍🔥 7👍 2
माना कि तुम नहीं लौट सकती, हाल-ए-दिल तो पूछ सकती हो..! कैसा हूँ, कहा हूँ, किसका हूँ, जिंदा हूँ, मर गया इतना तो पूछ सकती हो..! हाँ माना तुम अब किसी और के नसीब हो, जो अब तक रहा तुम्हारा उसकी खैरियत तो पूछ सकती हो..! पुरानी नजदीकियां का ख्याल कर, बिछड़े दिलबर का हाल-ए-दिल तो पूछ सकती हो..♥️🥀 @kataizaharila
نمایش همه...
11👍 3
ज़िंदगी की कश्मकश में उलझकर, खिलखिलाना भूलने लगी है, थी जो तन्हाइयों में अभीक, अब समूह में भी सहमने लगी है। मोम की गुड़िया कहलाती थी, पत्थर की मूरत बनने लगी है, थी भावनाओं की जो तरंग, अब धीरे-धीरे थमने लगी है। #बाबा_बनारसी © @kataizaharila ©
نمایش همه...
👍 9 2😢 2
"जो निभा दे साथ जितना, उस साथ का भी शुक्रिया., छोड़ दे जो बीच मे, उस हाथ का भी शुक्रिया"..! 💔😥 @kataizaharila
نمایش همه...
💯 8👍 4
हम जैसे आम चेहरों को कौन पूछता है, यहां आवारगी की कीमत है सादगी की नहीं.. सारे शहर की हमदर्दियों का क्या करता, मुझे किसी की जरूरत थी हर किसी की नही...! @kataizaharila
نمایش همه...
❤‍🔥 8👍 1 1
सुनो पड़ोसन तेरे माथे की ये बिंदिया चुरा लूँ क्या, मेरी ग़ज़ल में एक नुक़्ता रह गया है..❤️🥀 @kataizaharila
نمایش همه...
👏 3 1
इस से पहले की "यह देह मणिकर्णिका पर जलकर भस्म बन जाये... मेरी अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी जाएं..." ओ सखी !! "तुम लौट आना...मैं मरने से पहले एक बार ही सही पर तुम्हारी बाहों में जीना चाहता हूं!!" @kataizaharila
نمایش همه...
🔥 4 1
हम जैसे आम चेहरों को कौन पूछता है, यहां आवारगी की कीमत है सादगी की नहीं.. सारे शहर की हमदर्दियों का क्या करता, मुझे किसी की जरूरत थी हर किसी की नही...! @kataizaharila
نمایش همه...
दिल की किताब में, गुलाब उनका था.. रात की नींद में, ख्वाब उनका था.. कितना प्यार करते हो, जब हमने पूछा.. मर जायंगे तुम्हारे बिना, ये जबाब उनका था..!! @kataizaharila
نمایش همه...
11👍 2
किसी किताब के अलग-अलग पन्नों पर लिखी हुई प्रेम कविताओं की तरह तुम और मैं दो अलग-अलग कवितायें है प्रेम की, अलग-अलग लिखे होने पर भी कविता में प्रेम का भाव एक सा रहा है... @kataizaharila
نمایش همه...
👍 9🥰 2 1
निकलते निकलते निकल ही गया वो शख्स हाथ से, यकीं मानो मेरा तुम मैंने हाथ थामने में पूरी जान लगा दी थी.. @kataizaharila
نمایش همه...
😢 7💔 5👍 2
इक आपके न देखने से मर गया हूं मैं ये देखकर भी आपको सदमा नहीं लगा...💔 @kataizaharila
نمایش همه...
💔 17👍 1 1
पसंदीदा शख्स का मिल जाना उतना ही पवित्र हैं, जितना... एक मां बाप का प्यार और ईश्वर का आशीर्वाद.. ❤️☺️ @kataizaharila
نمایش همه...
7👍 3
जानती हो पड़ोसन! अगर आज भी चलन होता चिट्ठियां लिखने का... तो मैं हर रोज तुम्हारे नाम एक चिट्ठी जरुर लिखता... और मुझे यकीन है तुम मेरी हर चिट्ठी को मोहब्बत के होठों से चूमकर खोलती... @kataizaharila
نمایش همه...
👍 8 1
सुनो प्रिये.. मै तुम्हे प्रेम की उस धरा के प्रलय तक चाहूंगा जहाँ मिलन के पश्चात वियोग नही होता..❤️🥀 @kataizaharila
نمایش همه...
🔥 9👍 3
प्रेम और उदासी एक दूसरे के पीछे भागते हैं... उदासी आपको प्रेम ढूंढने पर मज़बूर कर देती... और प्रेम आपको उदास कर के छोड़ देता है...😢💔 @kataizaharila
نمایش همه...
💔 14👍 3
लिख लिया करता हूं वो बातें जो किसी से कह नहीं पाता हूं, बड़ा हल्का महसूस होता है, ख़ुद से खुद को ही बता कर ! @kataizaharila
نمایش همه...
❤‍🔥 8🔥 1
Photo unavailableShow in Telegram
यूं ही कभी कभी उंगलियां व्हाट्स ऐप पर डीएक्टिवेट हो चुके एक नम्बर पे खटक जाती हैं, और फिर कुछ क्षण तक उन्ही पुराने कभी न डिलीट हो सकने वाले मैसेजों को ताकती आंखों में कुछ चलचित्र एक एक करके तब तक चलते रहते हैं..., जबतक कुछ कतरे उन लम्हों को धुंधला न कर दें । और फिर किसी एक मैसेज पर दो बार अंगूठा फेर कर उसे फिर कई दिनों के लिए बंद करके गुमनाम कर दिया जाता है, इस आशा में कि शायद कभी किसी रोज उन आखरी कुछ भेजे गए मैसेजों के नीचे एक काले की जगह दो नीले टिक नज़र आएंगे, और शायद आएगा एक जवाब उधर से भी #smile_please @kataizaharila
نمایش همه...
❤‍🔥 9👍 2
वो: अगर मेरी शादी कहीं और हो गई तो तुम क्या करोगे? मैं: मैं तुझसे इश्क करता रहूंगा इसी मिसरे को दोहराता रहूंगा रहूंगा दूर तेरी दस तरस से पर इतना है नज़र आता रहूंगा @kataizaharila
نمایش همه...
👍 8😁 2
किताबों की तरह बहुत से अल्फ़ाज़ हैं मुझमें.. किताबों की तरह बहुत ख़ामोश रहता हूँ मैं आज कल..!! @kataizaharila
نمایش همه...
👍 4 1